Amravati: अवैध हथियार करने वाले गिरोह का भंडाफोड़, एमपी पुलिस ने तीन आरोपी को किया गिरफ्तार

अमरावती: गुप्त सूचना के आधार पर कार्रवाई करते हुए मध्य प्रदेश पुलिस ने 20 पिस्तौल सहित तीन आरोपियों को गिरफ्तार किया है। यह कार्रवाई महाराष्ट्र-मध्य प्रदेश की सिमा में अतीत हथियारों की तस्करी के लिए कुख्यात सतपुड़ा रेंज का गांव पचोरी से किया गया है। यह पहला मौका नहीं है जब पुलिस ने यह कार्रवाई की है। इसके पहले भी पुलिस कई बार ऐसी कार्रवाई कर चुकी है।
मध्य प्रदेश पुलिस को अवैध हथियारों की तस्करी की गोपनीय सूचना मिलने के बाद पुलिस ने पांगरी फाटा में घेराबंदी कर दी। इसी दौरान पुलिस ने मोटरसाइकिल से जा रहे दो लोगों को रोका और पूछताछ की। तलाशी लेने पर उनके पास से आठ तमंचे बरामद हुए। उन्हें पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया। पुलिस ने बताया कि आरोपियों ने ये हथियार एक दलाल से खरीदे थे। उसके आधार पर पुलिस ने नांदुरा कला में रहने वाले दलाला के घर पर छापा मारा। उसके पास से 12 अवैध पिस्तौल बरामद किये गये। जब्त पिस्तौलों की कीमत दो लाख रुपये है। दलाल ने बताया कि उसने तमंचे पचौरी से खरीदे हैं।
पुलिस ने श्याम थान सिंह (22), सुनील मांगीलाल (26, दोनों, मालगांव, खंडवा) और दलाल रवींद्र डावर (26, नंदूरी कला) को गिरफ्तार किया है। पुलिस ने हथियार डीलर हरविंदर सिकलीगर की तलाश शुरू कर दी है। पिछले तीन-चार वर्षों में सिकलीगरों द्वारा बनाये गये अवैध हथियारों की मांग बढ़ गयी है। इसके लिए दलालों को जिम्मेदार माना जा रहा है।
दलाल सिकलीगरों से कम कीमत पर हथियार खरीदते हैं, फिर उन्हें पूरे देश में बांट देते हैं। दलालों की एक लंबी शृंखला बन गयी है। ये सिकलीगरों से 5 से 6 हजार में हथियार खरीदते हैं। स्थानीय दलाल 10,000 में बेचते हैं। इससे उन्हें एक पिस्टल पर चार हजार रुपये का मुनाफा होता है। लेकिन बड़े शहरों में हथियारों की कीमत 20,000 से 50,000 तक होती है।

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