पश्चिमी विदर्भ में मिला फर्जी एचटीबीटी कपास बीजों का बड़ा भंडार, पिछले तीन सप्ताह में विभिन्न टीमों ने 12 स्थानों पर मारे छापे

अमरावती: खरीफ सीजन की पृष्ठभूमि में पश्चिम विदर्भ में नकली एचटीबीटी कपास बीजों का बड़ा जखीरा पकड़ा गया है। पिछले तीन हफ्तों में विभिन्न टीमों ने 12 स्थानों पर छापेमारी कर कुल 4,429 बीजों के पैकेट और 800 किलो खुले बीज जब्त किए हैं, जिनकी कुल कीमत लगभग 62 लाख रुपये बताई जा रही है।इस मामले में भले ही एफआईआर दर्ज की गई है, लेकिन मुख्य सूत्रधार अब तक पुलिस की पकड़ से बाहर है, जिससे पुलिस जांच पर सवाल खड़े हो रहे हैं।
खरीफ सीजन की पृष्ठभूमि में पश्चिमी विदर्भ में एचटीबीटी कपास के नकली बीजों का बड़ा स्टॉक मिला है। पिछले तीन सप्ताह में विभिन्न टीमों ने 12 स्थानों पर छापे मारे हैं और 4,429 पैकेट बीज और 800 किलोग्राम खुले बीज जब्त किए हैं, जिनकी कुल कीमत 62 लाख रुपये है। हालांकि पुलिस ने इस मामले में एफआईआर दर्ज कर ली है, लेकिन मुख्य मास्टरमाइंड अभी भी फरार है, जिससे पुलिस जांच पर सवाल उठ रहे हैं।
इन नकली बीजों के तार गुजरात और मुख्य रूप से अहमदाबाद क्षेत्र से जुड़े हुए हैं। नकली बीज गुजरात राज्य से आते हैं, तो उनके पीछे कौन है? वे पुणे में आते हैं, लेकिन उनके पीछे मुख्य मास्टरमाइंड कौन है? पुलिस असली पुलिस तक क्यों नहीं पहुंचती? पुलिस को सच्चाई का पता लगाने की जरूरत है। क्योंकि क्या यह बीज कंपनी गुजरात के किसी बड़े नेता की है? यह सवाल अमरावती जिले के सांसद बलवंत वानखड़े ने पूछा है।
इसको लेकर वानखेड़े ने मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस और कृषि मंत्री माणिकराव कोकाटे को पत्र लिखा है। सांसद बलवंत वानखड़े ने मांग की कि किसानों के साथ धोखाधड़ी करने वाली गुजरात की कंपनी के खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाए और अमरावती पुलिस को गुजरात जाकर इस मामले की जांच करनी चाहिए।

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