Honey Trap Case: अदालत ने दर्ज किया निखिल शेंडे का बयान, परिजनों ने बताया निर्दोष

नागपुर: डीआरडीओ वैज्ञानिक हनी ट्रैप केस मामले में एटीएस ने वायुसेना के एक सिपाही निखिल शेंडे को भी पूछताछ के लिए बुलाया था। हालांकि, बयान दर्ज करने के बाद एटीएस ने उसे छोड़ दिया है। वहीं बेटे के ऊपर लगे आरोपो को निखिल के परिजनों ने बेबुनियाद बताते हुए बेटे को निर्दोष बताया है। अदालत में बयान दर्ज कराये जाने के बाद निखिल ने अपनी सर्विस ज्वाइन भी कर ली है।
मेरा बेटा निर्दोष है
इस संवेदनशील मामले में बेटे नाम सामने आने से नागपुर में रह रहा निखिल शेंडे का पूरा परिवार भारी सदमे में है। उसकी माँ के मुताबिक उनका बेटा पूरी तरह से निर्दोष है। उनकी अपने बेटे और उसके वरिष्ठ अधिकारियो से बात भी हुई है। पुणे में बयान दर्ज कराने के बाद वो अपनी नौकरी पर वापस लौट चुका है। उसने खुद अपनी माँ को बताया है की वो निर्दोष है।
फ़ोन नंबर निकला निखिल शेंडे का
डीआरडीओ के निदेशक डॉ प्रदीप कुरुलकर हनी ट्रैप मामले में हर दिन नए खुलासे हो रहे है। सामने आयी जानकारी के मुताबिक एटीएस की गिरफ्त में मौजूद कुरुलकर को जब यह पता चला की वो हनी ट्रैप का शिकार हो चुके है तो उन्होंने जिस नंबर से सम्पर्क को रहा था उसे ब्लॉक कर दिया था। इसके बाद उसे दूसरे नंबर से मैसेज किया गया यह नंबर निखिल शेंडे का था जो मूलतः नागपुर का है और इस समय बेंगलुरु में वायुसेना में बतौर सिपाही पोस्टेड है।

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