नवजात बिक्री मामला: पुलिस ने मुख्य आरोपी सहित तीन को किया गिरफ्तार, अदालत ने आठ मार्च तक पुलिस कस्टडी में भेजा

नागपुर: विधवा महिला के नवजात बच्चे की ब्रिकी मामले में पुलिस ने मुख्य आरोपी श्वेता सावले उर्फ आयशा खान सहित पुलिस ने तीन आरोपियों को अदालत ने आठ मार्च तक की पुलिस कस्टडी में भेज दिया है। ज्ञात हो कि, पुलिस ने इस मामले में पहले से ही एक आरोपी को गिरफ्तार कर चुकी है।
क्या है पूरा मामला?
कोराडी क्षेत्र में रहने वाली एक विधवा महिला से उसके रिश्ते में भतीजा लगता था उसके साथ उसका अनैतिक संबंध थे। इसी दौरान महिला गर्भवती हो गई। समाज में बदनामी के डर से महिला ने अबॉर्शन कराने का निर्णय लिया। इसके लिए वह एक डॉक्टर के पास गई और अबॉर्शन कराने की बात कही। हालांकि, मौके को समझते हुए डॉक्टर ने बच्चा बिक्री करने वाली आयशा से संपर्क किया।
इसके बाद आयशा ने महिला को बच्चा नहीं गिराने और उसे पैदा करने के लिए मन लिया। विधवा ने एक बच्चे को जन्म दिया। आयशा खान, मकबूल खान और सचिन पाटिल ने डिलीवरी के दूसरे दिन बच्चे को एक विदेशी जोड़े को 5 लाख रुपये में बेच दिया।
इस मामले में आयशा खान और उनके पति मकबूल खान सचिन पाटिल सेंट्रल जेल में बंद थे। इन तीनों को एएचटीयू प्रमुख रेखा संकपाल ने कोराडी बच्चा बेचने के मामले में हिरासत में लिया था। उसे कोर्ट में पेश किया गया। अदालत ने तीनों आरोपियों को 8 मार्च तक पुलिस हिरासत में रखने का आदेश दिया है।

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