Ambazari Lake: जलपर्णी निकालने मनपा ने दो समिति का किया गठन
नागपुर: अंबाझरी तालाब (Futala Lake) के लिए एक बड़ी समस्या बन चुकी जलपर्णी नागपुर महानगर पालिका (Nagpur Municipal Corporation ) के अथक प्रयासों के बावजूद ख़त्म नहीं हो रही है. अब इस समस्या को ख़त्म करने के लिए नागपुर महानगर पालिका ने दो समिति का गठन किया है. यह समिति इस समस्या को सुलझाने के लिए अपना मार्गदर्शन देगी।।
नागपुर शहर के सबसे तालाब अंबाझरी की सुंदरता में जलपर्णी बड़े दाग के सामान बन चुकी है. नागपुर में बाढ़ के जो हालत बने उसके लिए तालाब से निकलने वाली जलपर्णी को भी जिम्मेदार ठहराया गया था. ऐसा नहीं है की इस समस्या को सुलझाने के लिए किसी तरह के प्रयास नहीं हुए. मनपा ने इसी वर्ष 2 अगस्त से तालाब से जलपर्णी को निकालने का काम शुरू किया था. पहले यह काम हाँथ से हो रहा था लेकिन 7 सितम्बर से स्वचालित मशीन से इसे निकालने का काम शुरू किया गया.
जो जानकारी सामने आयी है उसके मुताबिक अगस्त से लेकर अब तक 940 ट्रक जलपर्णी निकाली जा चुकी है बावजूद इसके यह समस्या बदस्तूर जारी है. तालाब में जलपर्णी के पैदा होने का प्रमुख कारण सीवर और इंड्रस्टियल वेस्ट है. इस समस्या को जड़ से मिटाने के लिए नागपुर महानगर पालिका ने एक 7 सदस्यीय प्रशासकीय समिति और एक विशेषज्ञ समिति का गठन किया है. जो इस समस्या को सुलझाने के लिए अपना मार्गदर्शन देगी।
मनपा आयुक्त की अध्यक्षता में गठित इस समिति में अतिरिक्त मनपा आयुक्त, उप वन संरक्षक, क्षेत्रीय अधिकारी (एमआईडीसी), सीईओ वाडी नगर परिषद, घनकचरा व्यवस्थापक मनपा और अधीक्षक अभियंता पीडब्ल्यूडी शामिल है. दूसरी समिति में तकनीकी सलाह और मार्गदर्शन प्रदान करने के लिए नीरी के निदेशक, एमपीसीबी क्षेत्रीय अधिकारी, वीएनआईटी के सेवानिवृत्त प्रोफेसर (पर्यावरण) वसंत मैसालकर और ग्रीन विजिल फाउंडेशन के कौस्तुभ चटर्जी बतौर विशेषज्ञ के रूप में रहेंगे।
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