logo_banner
Breaking
  • ⁕ नागपुर जिला सत्र न्यायालय को बम से उड़ाने की धमकी, ई-मेल में ‘आईएसआई मद्रास टाइगर’ का नाम ⁕
  • ⁕ Wardha: शिवाजी चौक पर कार ने 14 वर्षीय छात्रा को टक्कर मार दी, मौके पर मौत, नागरिकों ने चौक पर रोष जताया ⁕
  • ⁕ पद्म श्री मूर्तिकार राम सुतार का 101 वर्ष की उम्र में निधन, नोएडा स्थित अपने आवास पर ली अंतिम सांस ⁕
  • ⁕ नागपुर मनपा चुनाव: महायुति में सीट बटवारें का फॉर्मल हुआ तय, भाजपा 120, शिवसेना 20 और एनसीपी 11 सीटो पर लड़ सकती है चुनाव ⁕
  • ⁕ ईडब्ल्यूएस फ्लैट घोटाले में दोषी मानिकराव कोकाटे ने दिया इस्तीफा, नाशिक सत्र न्यायलय के गैर जमानती वारंट जारी होने के बाद दिया इस्तीफा ⁕
  • ⁕ पेंच टाइगर रिजर्व में जल्द शुरू होगी सोलर बोट सफारी, वन विभाग ने प्रदूषण-मुक्त बोट का ट्रायल किया शुरू ⁕
  • ⁕ भाजपा में टिकट के दावेदारों की भारी भीड़, नागपुर मनपा चुनाव को लेकर साक्षात्कार कार्यक्रम बदला ⁕
  • ⁕ नई विधानसभा निर्माण प्रोजेक्ट में बढ़ा विवाद, पेड़ो की कटाई को लेकर पर्यावरणवादियों ने खोला मोर्चा ⁕
  • ⁕ सूदखोरी का कहर! चंद्रपुर में साहूकारों की दरिंदगी, एक लाख का कर्ज़ 47 लाख बना; कर्ज चुकाने किसान ने बेच दी किडनी ⁕
  • ⁕ मनपा के बाद ZP–पंचायत समिति चुनाव जल्द जनवरी के अंतिम सप्ताह में मतदान की संभावना ⁕
Nagpur

Nagpur: गोंडी नृत्य पर जमकर थिरके मेहमान, जी20 की बैठक हुई समाप्त; देखें वीडियो


नागपुर: गुड़ी पड़वा मुहूर्त में सी20 सम्मेलन में आए अतिथियों ने देवलापार पशु अनुसंधान केंद्र का दौरा किया. इस मौके पर आदिवासी महिलाओं ने पारंपरिक गोंडी नृत्य से उनका स्वागत किया। विदेशी मेहमान भी इस डांस का मुरीद हो गए। उन्होंने इस नृत्य का अनुबंध भी किया और बाद में एक गुढ़ी खड़ी की।

दो दिवसीय सम्मेलन के बाद बुधवार सुबह विदेशी अतिथियों ने देवलापार स्थित गौ विज्ञान अनुसंधान केंद्र का दौरा किया और वहां विभिन्न परियोजनाओं का निरीक्षण किया। प्रारंभ में अतिथि द्वारा गौ माता की पूजा अर्चना की गई। देशी गायों के विकास को रामटेक तालुका के देवलापार में गाय विज्ञान अनुसंधान केंद्र का मुख्य उद्देश्य निर्धारित किया गया है। 

संस्था ने विभिन्न परियोजनाओं के कार्यान्वयन के माध्यम से यह साबित कर दिया है कि गाय का गोबर और गोमूत्र दूध के समान ही महत्वपूर्ण घटक हैं और आय का एक मजबूत विकल्प हो सकते हैं। इस संबंध में प्रौद्योगिकी को लेकर राष्ट्रीय स्तर की संस्थाओं से करार कर विभिन्न उत्पाद तैयार किए गए हैं। संगठन कुछ उत्पादों के लिए अंतर्राष्ट्रीय पेटेंट प्राप्त करने में भी सफल रहा है।