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Nagpur: शिक्षक भर्ती घोटाले में अब ईडी की एंट्री, करोड़ों के घोटाले में नए खुलासे


नागपुर: शहर और पूर्वी विदर्भ में सामने आए बड़े शिक्षक भर्ती घोटाले में अब प्रवर्तन निदेशालय ईडी भी जांच शुरू करने जा रही है। करोड़ों रुपये के इस भ्रष्टाचार के उजागर होने के बाद लगातार नए-नए खुलासे हो रहे हैं, जिससे शिक्षा व्यवस्था पर गंभीर सवाल उठ रहे हैं।राज्यभर में सुर्खियों में छाए शिक्षक भर्ती और ‘शालार्थ आईडी’ घोटाले में अब कई बड़े नेताओं से जुड़े परिवारों द्वारा संचालित स्कूलों के नाम सामने आ रहे हैं।

शिक्षा आयुक्त कार्यालय द्वारा जिन शिक्षकों की नियुक्तियों की जांच की जा रही है, उनकी सूची वायरल होने के बाद खुलासा हुआ कि वर्ष 2019 से 2025 के बीच नागपुर समेत पूर्वी विदर्भ के कई स्कूलों में सबसे अधिक फर्जी 'शालार्थ आईडी' तैयार की गईं। चौंकाने वाली बात यह है कि इन शिक्षकों का कोई आधिकारिक रिकॉर्ड भी मौजूद नहीं है।

नागपुर की सदर पुलिस और साइबर पुलिस मिलकर इस घोटाले की जांच कर रही है। अब तक शिक्षा विभाग के कई अधिकारियों समेत कई आरोपियों को गिरफ्तार किया जा चुका है।जांच के दौरान सामने आया कि शिक्षकों की नियुक्ति में करोड़ों रुपये का हेरफेर किया गया। इसी वजह से अब इस मामले में उच्च स्तरीय जांच की मांग तेज हो गई है। इसी क्रम में ईडी ने भी अपनी ओर से जांच शुरू कर दी है। ईडी ने इस घोटाले से संबंधित सभी आवश्यक दस्तावेज और आरोपियों के आर्थिक लेनदेन की जानकारी नागपुर पुलिस से मांगी है।