Nagpur: पत्नी के चरित्रा पर शक होने पर पिता ने दो बच्चों की हत्या, अदालत ने सुनाई आजीवन कारावास की सजा

नागपुर: पत्नी पर शक के चलते दो छोटे बच्चों को कुएं में धकेल कर हत्या करने वाले निर्दयी पिता की जिला सत्र न्यायाधीश एस। बी। गवांडे को मृत्यु तक आजीवन कारावास की सजा सुनाई गई। आजीवन कारावास की सजा पाने वाले आरोपी का नाम संतोष लक्ष्मण मेश्राम (38 हिंगणा रोड) है।
आरोपी संतोष को अपनी पत्नी सरिता के चरित्र पर शक था और उसने दोनों मासूम बच्चों की यह कहकर हत्या कर दी कि ये दोनों बच्चे उसके नहीं हैं। यह घटना 2018 में एमआईडीसी पुलिस स्टेशन क्षेत्र में हुई थी। घटना के दिन सुबह छह बजे आरोपियों ने पहले बेटे हर्ष और दूसरे बेटे प्रिंस कुमार दोनों को चाय में जहर देकर मारने की कोशिश की। लेकिन पत्नी सरिता की सतर्कता से आरोपी की कोशिश नाकाम हो गई। उसी दिन सरिता दोनों बच्चों को ले कर बगल में रहने वाली अपनी बहन के घर छोड़ कर काम पर चली गई।
इसके बाद आरोपी अपनी पत्नी की बहन के पास गया और दोनों बच्चों को पैदल ले गया। साथ ही करीब एक किलोमीटर दूर खुले स्थान पर एक कुएं में दोनों लड़कों ने हर्ष और प्रिंस को कुएं में धकेल दिया और पैदल घर आ रहे थे। तभी पत्नी सरिता और भतीजे मनीष ने देख लिया। लेकिन जब आरोपी से पूछताछ की गई तो उसने गोलमोल जवाब दिया। इसके बाद पत्नी सरिता ने एमआईडीसी थाने में शिकायत दर्ज करायी।

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