नाशिक की हार को नहीं भूल रहे नाना पटोले, कहा- बदला तो लेकर रहूँगा

नागपुर: नासिक स्नातक चुनाव में कांग्रेस को मिली हार प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष नाना पटोले के राजनीतिक करियर पर बड़ा डेंट लगाया है। हार के बाद से पार्टी के नेता उनके नेतृत्व और निर्णय पर सवाल उठाने लगे। वहीं भाजपा से मिले इस हार को पटोले ने एक चैलेंज के तौर पर ले लिया है कि, इस हार का बदला तो जरूर लूंगा।
गुरुवार को नाना नागपुर पहुंचे, जहां एयरपोर्ट पर पत्रकारों से बात करते हुए उन्होंने कहा, "नासिक का बदल तो नाना पटोले लेकर रहेगा। जल्द ही इसका हिसाब चुकता करेंगे। उस क्षेत्र में 47 विधायक हैं।मैं कम से कम 50 प्रतिशत विधायक और सांसद कांग्रेस पार्टी के सिंबल पर चुनने के लिए संकल्पित हूं।" भाजपा पर तंज कस्ते हुए कहा कि, "हम चोरी-छिपे किसी को तोड़कर नहीं लेंगे, बल्कि लोगों के बीच जाकर चुनाव के जरिये लेंगे।"
क़स्बा और चिंचवड़ हारेगी भाजपा
आगामी उपचुनाव को लेकर पटोले ने बड़ा दावा किया है। उन्होंने कहा, "भाजपा के लोग छाती पीटते रहते हैं कि कस्बा पेठ हमारा विधानसभा क्षेत्र है। लेकिन फिर भी उनके आधा दर्जन मंत्री वहां क्यों बैठे हैं। क्या सत्ता का दुरुपयोग कर मालिदा को खा जाना भाजपा की नीति है? " उन्होंने आगे कहा कि, “कुछ भी हो जाए बीजेपी कसबा और चिंचवाड़ सीट नहीं जीत सकती।”
विखे पाटिल सत्ता के लालची
विखे पाटिलों के बारे में पूछे सवाल पर उन्होंने कहा, "सवाल उठता है कि क्या विखे पाटिल सिर्फ सत्ता के लालची है। अगर कांग्रेस कल सत्ता में आती है तो विखे कांग्रेस में वापस आ जाएंगे।उसके वाक्य से यही समझा जा सकता है। हमारा घर सही है। ऐसा नहीं होता कि एक-दो लोग ले गए, यानी बीजेपी बहुत मजबूत हो गई।"

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