मनपा पर भड़के प्रवीण दटके, कहा- नियमो को ताक पर रखकर कर की वसूली

नागपुर: भारतीय जनता पार्टी और नागपुर महानगर पालिका आमने सामने हैं। मनपा में जब से प्रशासक का राज कायम हुआ है, भाजपा लगातार विविध मुद्दों पर हमला पर हमलावर है। सफाई, नागरिकों के कामों सहित विविध मुद्दों पर मनपा पर सही से काम नहीं करने का आरोप लगाती रही है। एक बार फिर भाजपा ने मनपा पर हमला बोला है। शहर भाजपा अध्यक्ष और विधायक प्रवीण दटके ने मनपा पर नियमों को ताक पर रखकर घर टैक्स वसूल करने का आरोप लगाया है।
मंगलवार को आयोजित प्रेस वार्ता में दटके ने कहा, " मनपा ने 60-70 हजार धारकों को डिमांड नोटिस नहीं दी थी। लेकिन उसके बावजूद उनसे गलत तरीके से कर वसूला किया जा रहा है।" उन्होंने कहा, "मेरी प्रशासन ने मांग है कि, दो साल में जिन्हे नोटिस नहीं मिला है उनसे शास्ती वसूल नहीं करना चाहिए। अगर किसी से लिया है तो उन्हें वापस किया जाना चाहिए या टैक्स में सम्माहित करना चाहिए।"
उन्होंने कहा, "शहर के अंदर दो आईटी कम्पनी सायबर टेक और आनंद टेक्नोलॉजी को काम दिया गया था। दोनों कंपनियों ने सही से काम नहीं किया, इस कारण नागरिकों को मुश्किलों का सामना करना पड़ रहा है। वहीं मनपा के आय पर भी असर पड़ रहा है।" भाजपा विधायक ने प्रशासक से टैक्स विभाग पर ध्यान देने और नागरिकों के तकलीफो को दूर करने की मांग की।
नए नियम से बढ़ी मुश्किलें
दटके ने प्रशासक से शास्ति माफ़ी योजना लाने की मांग की है। उन्होंने कहा कि, "2013-14 में कानून में बदलाव हुआ है। हम सीएसटी से एमएमसी कानून में आएं हैं। इससे किराया वसूल करने के नियम बदले हैं। इस कारण दूकान का किराया बढ़ा वहीं शाश्त्री भी बढ़ी है। कोरोना के कारण व्यापर पूरी तरह ठप रही। इस कारण किराये से ज्यादा शास्त्री बढ़ी है।"
प्रशासक लाए कर माफ़ी की योजना
भाजपा नेता ने कहा, "इसलिए मनपा प्रशासक 100 प्रतिशत माफ़ी वाली योजना लानी चाहिए। इसी के साथ उन्होंने इस मुद्दें को लेकर उपमुख्यमंत्री फडणवीस से भी बात करने की बात कही। उन्होंने कहा कि, "मुझे पूरी उम्मीद है कि, पालकमंत्री जनता की भावनाओं को समझेंगे।" उन्होंने आगे कहा, "वर्तमान में लोग ये शास्त्री कर भरने की हालत में नहीं है। इसलिए आयुक्त को स्वयं यह योजना लानी चाहिए और दो साल की शास्त्री को माफ़ किया जाना चाहिए।"

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