वाठोडा परिसर में बारिश से बिगड़े हालत, भांडेवाड़ी डम्पिंग यार्ड का कचरा पानी के साथ बहकर घरों में घुसा
नागपुर: शनिवार को हुई मूसलाधार बारिश के कारण शहर के निचे इलाको में बाढ़ के हालत बन गए हैं। वाठोडा, बेसा, पिपला क्षेत्र पानी में डूबे हुए दखाई दे रहे हैं। बारिश का पानी लोगों के घरो में घुस गया है, जिसके कारण लोगों को बड़ा नुकसान हुआ है। वहीं वाठोडा में बारिश के साथ भांडेवाड़ी डम्पिंग यार्ड का कचरा पानी के साथ बहकर घरों में घुस गया। जिसके कारण नागरिकों को बड़ी परेशानी का सामना करना पड़ा।
शनिवार को शहर सहित जिले में जोरदार बारिश शुरू हुई। तड़के शुरू हुई बारिश सुबह 11 बजे तक चलती रही। कुछ घंटो में शहर सहित जिले में 217 एमएम से ज्यादा बारिश दर्ज हुई। बारिश के कारण शहर में बढ़ के जैसे हालत बन गए। नाग नदी, पिली नदी में पानी का बहाव तेज हो गया। सबसे ज्यादा विकट स्थिति शहर के निचले इलाके में रही।
शहर का वाठोडा परिसर बारिश से ज्यादा प्रभावित रहा। मूसलाधार बारिश के कारण परिसर में बाढ़ जैसे हालत रहे। बारिश का पानी लोगों के घरो में घुस गया। इस दौरान भांडेवाड़ी डम्पिंग यार्ड का कचरा भी पानी के साथ बहकर आज पास के परिसर में आ गया और पानी के साथ कचरा भी घरों में घुस गया। बारिश समाप्त होने के बाद लोग पानी के साथ कचरा बाहर निकलते हुए दिखाई दिए।
पिपला गांव में घुसा पोहरा नदी का पानी
वाठोडा के साथ पिपला और बेसा परिसर भी बारिश से बेहद प्रभावित हुए। बारिश के कारण पोहरा नदी में बाढ़ आ गई, जिसके कारण बारिश का पानी हुडकेश्वर सहित पिपला गांव में घुस गया। बारिश का पानी घरो में घुसने के कारण परिसर में बाढ़ जैसे हालत बन गए। बारिश से घरो के अंदर रखा सामान भीगकर ख़राब हो गया। वहीं बाढ़ की स्थिति को देखते हुए रहत और बचाव का काम प्रशासन ने तेज कर दिया है।
भाजपा ने मनपा प्रशासन को घेरा
नागपुर में भारी बारिश से अनाज बर्बाद हो गया है. कई इलाकों में सड़कें बंद कर दी गई हैं. इस बीच, वाठोडा इलाके में डंपिंग यार्ड से कचरा पानी में बहना शुरू हो गया है. बारिश के पानी से निकला कूड़ा-कचरा लोगों के घरों में घुस गया है। वाथोडा की कई बस्तियों में पानी भर गया है. दूषित पानी के कारण यहां जीवन खतरे में है। पूर्व नगरसेवक धर्मपाल मेश्राम ने आलोचना की है कि वाठोड़ा में अव्यवस्था को लेकर ठोस अपशिष्ट प्रबंधन विभाग सोया हुआ है।
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