2 हजार के नोट बदलने का सिलसिला शुरू लेकिन बैंकों में नहीं दिखी खास भीड़

नागपुर: रिजर्व बैंक ऑफ इंडिया के फैसले के बाद 23 मई यानी मंगलवार से देशभर में 2000 रुपये के नोटों को बदलने का सिलसिला शुरू हो गया है। नागपुर में सुबह से ही लोग अपने नोटों को बदलने के लिए बैंकों में जमने लगे। कुछ लोगों के नोट बदल गए लेकिन कइयों को पहले दिन मायूसी हाथ लगी। गांधीबाग़ निवासी बिट्टू घनवानी सुबह ही अपने 2 हजार के नोटों को एक्सचेंज कराने के लिए भारतीय स्टेट बैंक ऑफ़ इंडिया की ब्रांच पहुंचे थे. लेकिन पहचान पत्र की मांग और अन्य कागजात नहीं होने से बैंक ने उनके नोटों को बदलने से इंकार दिया। ऐसे में वे बिना नोट बदले ही घर वापस लौट गए.
बैंक के बाहर तपती धुप में खड़े मुकेश शर्मा से जब हमने बात की तो कमोबेश उनकी भी यही समस्या रही। मुकेश मुलत: बीकानेर राजस्थान के रहने वाले है. नागपुर में काम करते है. उन्हें उनकी तनख्वाह कैश के रूप में मिलती है.उन्हें मालिक ने दो हजार की नोट दी लेकिन जब वह बैंक में 2 हजार नोट बदलने के लिए गए तो बैंक कर्मचारी ने ये बोलकर नोट लेने से मना कर दिया की आपका अकाउंट राजस्थान का है ऐसे में आपके नोट यहाँ नहीं बदले जा सकते है।
ये अनुभव मंगलवार को नोट बदलवने पहुंचे ग्राहकों का था.हालाँकि बैंकों का दावा है की उन्होंने ग्राहकों की सहूलियत को देखते हुए ख़ास इंतजाम किये गए है. SBI के इतवारी ब्रांच मैनेजर आर्यन शुक्ला ने बताया कि 2000 की नोट बदलने के लिए शाखा में एक अलग से काउंटर बनाया गया है. जो भी नोट बदलने आ रहे है उनकी बस एक बेसिक जानकारी का रिकॉर्ड लिया जा रहा है.
नागपुर में सभी बड़े बैंको में 2 हजार की नोट बदलवने के पहले दिन उम्मीद के मुताबिक कम ही भीड़ देखने को मिली। कुछ बैंको द्वारा ग्राहकों से फॉर्म भराये जाने की भी खबर है. जिससे लोगो को दिक्क़ते हुई है. हालाँकि इसका कोई पुख़्ता दावा सामने नहीं आया है. स्टेट बैंक ऑफ़ इंडिया एक अधिसूचना जारी कर कहा है कि 2000 रुपये के नोटों को एक्सचेंज कराने के लिए बैंक में किसी भी तरह के फॉर्म नहीं भरने होंगे और ना ही किसी पहचान पत्र की जरूरत पड़ेगी.

admin
News Admin