logo_banner
Breaking
  • ⁕ बुलढाणा में कांग्रेस को एक और झटका; वरिष्ठ कांग्रेस नेता और सेवादल के पूर्व ज़िला अध्यक्ष ने छोड़ी पार्टी ⁕
  • ⁕ Buldhana: जलगांव जामोद तहसील में दर्दनाक सड़क हादसा; दो दोस्तों की मौत, एक युवक गंभीर घायल ⁕
  • ⁕ अकोला के शिवनी हवाई अड्डे के विस्तार को मिली सरकारी मंजूरी, कई वर्षों से अटकी थी परियोजना ⁕
  • ⁕ Bhandara: लाखनी में सड़क चौड़ीकरण को लेकर विवाद गहराया, नाना पटोले ने पुलिस और कंपनी अधिकारियों को फोन पर लगाई फटकार ⁕
  • ⁕ Buldhana: दिल्ली बम विस्फोट के बाद पूरे देश में हाई अलर्ट, बढ़ाई गई गजानन महाराज के शेगांव मंदिर में भी सुरक्षा ⁕
  • ⁕ Chandrapur: आखिर वन विभाग ने आदमखोर बाघ को पकड़ा, दो किसानों की मौत के बाद वन विभाग ने की कार्रवाई ⁕
  • ⁕ नक्सली वर्गेश उइका ने आत्मसमर्पण किया, 3.5 लाख का इनाम था घोषित ⁕
  • ⁕ मनपा चुनाव: आरक्षण की घोषणा आज, लॉटरी के माध्यम से आरक्षण होगा तय ⁕
  • ⁕ Amravati: अमरावती जिले में नौ महीनों में 60 नाबालिग कुंवारी माताओं की डिलीवरी ⁕
  • ⁕ विश्व विजेता बनी भारतीय महिला क्रिकेट टीम, वर्ल्ड कप फाइनल में साउथ अफ्रीका को हराया ⁕
Buldhana

रविकांत तुपकर पर शेकाप की बड़ी कार्रवाई, पार्टी से किया निष्कासित


बुलढाणा: किसान नेता रविकांत तुपकर पर स्वाभिमानी किसान पार्टी ने बड़ी कार्रवाई की है। पार्टी अध्यक्ष राजू शेट्टी के निर्देश पर प्रदेश अध्यक्ष जलिंदर पाटिल ने तुपकर को पार्टी से निष्कासित करते हुए बाहर का रास्ता दिखा दिया है। पुणे में अयोजित प्रेस वार्ता में पाटील ने कहा कि, तुपकर पिछले तीन साल से पार्टी के किसी कार्यक्रम में शमिल नहीं हुए और खुद की टीआरपी के लिए आंदोलन करते रहे।

जालिंदर पाटिल ने कहा, “लोकसभा में राजू शेट्टी की हार के बाद हम काम कर रहे हैं। हमें संगठन के नेता रविकात तुपकर की बैठक की जानकारी नहीं है। उन्हें संगठन ने लाल बत्ती दी, पद दिया।” 

पाटिल ने कहा, “तुपकर ने एक बार पार्टी छोड़ी, फिर लौट आए। काम जारी रखा। वह हाल ही में तीन गन्ना सम्मेलनों में मौजूद नहीं रहे हैं। वे हमारे नेतृत्व की आलोचना कर रहे हैं। एक अनुशासनात्मक समिति नियुक्त की गई। मैंने उन्हें एक पत्र दिया और वे नहीं आये।” 

तुपकर की प्रतिक्रिया 

इस कार्रवाई पर रविकांत तुपकर ने अपने प्रतिक्रिया देते हुए कहा, “जिस स्वाभिमानी किसान संगठन के लिए 22 साल तक मैंने अपना खून पानी कर दिया, उसी स्वाभिमानी किसान संगठन का ऐसा फैसला चौंकाने वाला है। मुझे नहीं पता कि राजू शेट्टी और मेरे बीच अनबन क्यों हुई। क्या यह हमारी गलती है कि हमने प्याज और धान के लिए आंदोलन किया? मुझे उम्मीद नहीं थी कि राजू शेट्टी ऐसा फैसला लेंगे। हमने 24 तारीख को मीटिंग बुलाई है। हम उस बैठक में आगे के फैसले लेंगे।”