Amravati: शिवसेना ठाकरे गुट के पदाधिकारियों की फ्रीस्टाइल, आरोप-प्रत्यारोप के साथ एक-दूसरे से भिड़े पदाधिकारी

अमरावती: अमरावती में महाराष्ट्र जीवन प्राधिकरण के सभागृह में शिवसेना ठाकरे गुट के पदाधिकारियों की एक बैठक आयोजित की गई थी। बैठक में पदाधिकारियों की नियुक्ति और उनके कार्यक्षेत्र में हस्तक्षेप को लेकर विवाद उत्पन्न हुआ। मोर्शी के पूर्व जिला परिषद सदस्य बंडू सावंत और मोर्शी के उपजिल्हा प्रमुख प्रफुल्ल भोजने के बीच तकरार हो गई, जो बाद में हाथापाई में बदल गई।
आगामी स्थानीय स्वराज्य संस्थाओं के चुनाव के संदर्भ में शिवसेना ठाकरे गुट के पदाधिकारियों की बैठक हुई। लेकिन इस बैठक में बंडू सावंत ने आरोप लगाया कि प्रफुल्ल भोजने उनके क्षेत्र में हस्तक्षेप कर रहे हैं, जिसे वो बर्दाश्त नहीं करेंगे। इस पर दोनों के बीच पहले तीखी बहस हुई और फिर हाथापाई शुरू हो गई। करीब पांच से सात मिनट तक दोनों के बीच फ्री स्टाइल चलती रही। इसके बाद अचलपूर के जिला प्रमुख नरेंद्र पडोळे और अन्य शिवसैनिकों के बीच भी आरोप-प्रत्यारोप हुए, जिससे सभा में खलबली मच गई।
आगामी स्थानीय स्वराज्य संस्थाओं के चुनाव के संदर्भ में शिवसेना ठाकरे गुट के पदाधिकारियों की बैठक हुई। लेकिन इस बैठक में बंडू सावंत ने आरोप लगाया कि प्रफुल्ल भोजने उनके क्षेत्र में हस्तक्षेप कर रहे हैं, जिसे वो बर्दाश्त नहीं करेंगे। इस पर दोनों के बीच पहले तीखी बहस हुई और फिर हाथापाई शुरू हो गई। करीब पांच से सात मिनट तक दोनों के बीच फ्री स्टाइल चलती रही। इसके बाद अचलपूर के जिला प्रमुख नरेंद्र पडोळे और अन्य शिवसैनिकों के बीच भी आरोप-प्रत्यारोप हुए, जिससे सभा में खलबली मच गई।
इस घटना ने बैठक की शुरुआत से पहले ही माहौल को तनावपूर्ण बना दिया। जब विधायक नितिन देशमुख सभा में पहुंचे, तो उन्होंने इस विवाद को शांत किया। बैठक के दौरान ये भी चर्चा में था कि पुराने शिवसैनिकों को नजरअंदाज करके नई नियुक्तियां की गई थी, और इस बदलाव से कुछ वरिष्ठ पदाधिकारियों को भी जानकारी नहीं थी, जिससे ये विवाद और बढ़ गया। कार्यकर्ताओं के बीच यह मुद्दा अब चर्चा का विषय बन गया है।

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