logo_banner
Breaking
  • ⁕ नागपुर शहर में सुबह से हो रही जोरदार बारिश, जमकर गरज रहे बादल, छाए घनघोर काले बादल ⁕
  • ⁕ मानसून के दौरान चिखलदरा में टूटा पर्यटकों का रिकॉर्ड, चार महीने में पहुंचे ढाई लाख पर्यटक, नगर परिषद को हुई 56 लाख की आया ⁕
  • ⁕ मनकापुर फ्लाईओवर पर बड़ा हादसा, स्कुल वैन और बस में आमने-सामने जोरदार टक्कर; हादसे में आठ बच्चे घायल, एक की हालत गभीर ⁕
  • ⁕ Akola: चलती कार में लगी आग, कोई हताहत नहीं ⁕
  • ⁕ Akola: पातुर से अगिखेड़ खानापुर मार्ग की हालत ख़राब, नागरिकों ने किया रास्ता रोको आंदोलन ⁕
  • ⁕ एक हफ्ते बाद नागपुर में बरसे बादल, नागरिकों को मिली उमस से राहत ⁕
  • ⁕ Amravati: गणेशोत्सव मंडलों के बीच विवाद में चाकूबाजी; एक घायल, आरोपी फरार ⁕
  • ⁕ मेलघाट में बारू बांध टूटा; सड़क पर पानी बहने से यातायात बाधित ⁕
  • ⁕ अकोला में चोर ने निर्गुण नदी के पुल से चुराए लिए 105 फाटक, आरोपी की हो रही तलाश ⁕
  • ⁕ पूर्व विदर्भ में अगले 24 घंटे में होगी भारी बारिश, मौसम विभाग ने जारी किया अलर्ट; प्रशासन ने की नागरिकों से सतर्क रहने की अपील ⁕
Maharashtra

कर्ज माफ़ी का अपना वादा सही समय पर हम करेंगे पूरा, मुख्यमंत्री फडणवीस ने फिर दोहराई अपनी बात


पुणे: मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस ने शनिवार को एक बार फिर भरोसा दिलाया कि सरकार सही समय पर किसान कर्जमाफी का अपना वादा पूरा करेगी। सरकार अपने किसी भी वादे से पीछे नहीं हटेगी। उन्होंने किसानों को भरोसा दिलाया कि किसान कर्जमाफी पर सही समय पर फैसला लिया जाएगा। इस अवसर पर उन्होंने पुणे विश्वविद्यालय को दुनिया के शीर्ष 600 विश्वविद्यालयों में शामिल होने के लिए भी सराहा।

देवेंद्र फडणवीस ने शनिवार को यहां आयोजित विश्व योग दिवस कार्यक्रम में हिस्सा लिया। इसके बाद पत्रकारों से बातचीत करते हुए उन्होंने किसान कर्जमाफी, पुणे विश्वविद्यालय की सफल घुड़दौड़, पालकी समारोह, किसानों की समस्याओं समेत विभिन्न मुद्दों पर टिप्पणी की। 

सरकार सही समय पर कर्ज माफ करेगी

मुख्यमंत्री ने इस बात पर जोर दिया कि सरकार किसानों की कर्ज माफी का वादा पूरा करेगी। सरकार अपनी किसी भी बात से पीछे नहीं हटेगी। उन्होंने कहा कि किसानों के कर्ज माफ करने का फैसला सही समय पर लिया जाएगा। फडणवीस ने आगे कहा कि सरकार सांगली और कोल्हापुर में बाढ़ की स्थिति पर नजर रख रही है। बांधों से पानी कब शुरू करना है और कब बंद करना है, इसकी योजना बना ली गई है। पड़ोसी राज्यों से भी समन्वय बनाए रखा जा रहा है। हमारे एक इंजीनियर उन राज्यों में तैनात हैं। वह मानसून के दौरान वहां मौजूद रहते हैं। उनके जरिए उचित समन्वय बनाया जा रहा है। बेशक, प्रकृति पर भरोसा नहीं किया जा सकता। लेकिन हमने अपनी तरफ से पूरी योजना बना ली है।"