Maharashtra Assembly Winter Session 2024: 16 दिसंबर से शुरू होगा सत्र, एक हफ्ते में विदर्भ की समस्या का कैसे होगा समाधान?
नागपुर: महाराष्ट्र विधानसभा चुनाव नतीजों में महायुति प्रचंड बहुमत के साथ सत्ता में वापसी की है। भाजपा जहां सबसे बड़ी पार्टी बनी। वहीं देवेंद्र फडणवीस ने मुख्यमंत्री पद की शपथ ली। साथ ही एकनाथ शिंदे और अजित पवार ने उपमुख्यमंत्री बने हैं। मुंबई में तीन दिवसीय विशेष सत्र का आज समापन हो गया है। वहीं 16 दिसंबर से नागपुर में विधान मंडल का शीतकालीन सत्र शुरू होने वाला है। सूत्रों के अनुसार, इस बाद नागपुर में आयोजित सत्र एक हफ्ते का हो सकता है। जिसके बाद यह चर्चा तेज हो गई है कि, क्या एक हफ्ते में विदर्भ से जुड़े तमाम मुद्दों को समाधान निकल पाएगा।"
मुंबई में तीन दिवसीय विशेष सत्र
मुंबई में राज्य का तीन दिवसीय विशेष सत्र का आयोजन किया गया। जहाँ विधायकों का शपथ ग्रहण, विधानसभा अध्यक्ष का शपथ ग्रहण, प्रस्ताव और राज्यपाल का अभिभाषण जैसे कार्यक्रम आयोजित किये गए। विधानसभा के तीन दिवसीय विशेष सत्र के बाद जल्द ही नागपुर में शीतकालीन सत्र शुरू होगा। इस शीतकालीन सत्र की संभावित तारीख सामने आ गई है।
एक हफ्ते का होगा नागपुर का सत्र
हर साल की तरह इस साल भी महाराष्ट्र का शीतकालीन सत्र नागपुर में हो रहा है। सूत्रों से मिली जानकारी के अनुसार, इस साल शीतकालीन सत्र एक सप्ताह का हो सकता है। नागपुर में शीतकालीन सत्र 16 दिसंबर से शुरू होगा और यह 21 दिसंबर तक चल सकता है। विधानसभा सचिवालय द्वारा जारी निर्देश के अनुसार, 12 दिसंबर से सचिवालय नागपुर में प्रवेश करेगा। 15 दिसंबर को पूरी सरकार नागपुर में प्रवेश करेगी।" हालांकि, अभी तक सत्र कितने दिनों तक चलेगा इसकी आधिकारिक जानकारी सामने नहीं आई है।
उठने लगे कई सवाल
नागपुर करार के अनुसार, नागपुर में आयोजित होने वाला शीतकालीन सत्र कम से कम चार हफ्तों का होना चाहिए। जिसमें विदर्भ से जुड़े हुए तमाम मुद्दों पर ध्यान देना और उनका समाधान निकलना है। हालांकि, करार का लगातार उल्लंघन होता रहा है। नागपुर में आयोजित होने वाले सत्र की अवधी तीन हफ्तों से ज्यादा नहीं रही है। वहीं इस बार मात्र एक हफ्ते का सत्र आयोजित होने की चर्चा है। जिसके बाद कई तरह के सवाल उठने लगे है। एक हफ्ते में कई समस्यों से से जूझ रहे विदर्भ की समस्यों का समाधान हो पायेगा, उसे न्याय मिल पायेगा?
तैयारी अंतिम चरम में पहुंची
सत्र को लेकर नागपुर में शुरू तैयारी अंतिम चरण में पहुंच चुकी है। विधान सभा हो या विधान परिषद् वहां विधायकों के बैठने के लिए नई सीट लगाई गए है। इसी के साथ राजनीतिक दलों के लिए आवंटित होने वाले कमरों को भी तैयार कर लिया है। दूसरी ओर, नागपुर में मंत्री के बंगले के बाहर मां के नाम की नेमप्लेट भी लगनी शुरू हो गई है. उपमुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे के बंगले की सुरक्षा दीवार के बाहर उनकी नेमप्लेट लगाई गई थी. इस नेमप्लेट पर एकनाथ गंगूबाई संभाजी शिंदे नाम लिखा हुआ है। एकनाथ शिंदे को देवगिरी बंगला नंबर 39/1 आवंटित किया गया है। अन्य मंत्रियों के बंगलों के बाहर भी उनकी मां के नाम की नेमप्लेट लगाई जाएंगी. फिलहाल नागपुर में शीतकालीन सत्र की तैयारियां अंतिम चरण में हैं।
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