छगन भुजबल के बयान पर मुनगंटीवार ने दी प्रतिक्रिया, बोले- शिंदे और फडणवीस बोल चुके न दें ऐसा बयान जिससे हो समाज में दूरियां
नागपुर: राज्य में आरक्षण को लेकर मराठा और ओबीसी आमने-सामने है। एक तरफ जहाँ मराठा समुदाय लगातार आरक्षण की मांग कर रहा है। वहीं दूसरी तरफ ओबीसी समाज उनके कोटे से आरक्षण नहीं देने की बात कह रही है। राज्य सरकार में मंत्री छगन भुजबल इस मुद्दे पर बेहद आक्रामक है। वह लगातार रैली कर मराठा को कुनबी का सर्टिफिकेट नहीं देने की मांग कर रहे हैं। वहीं इस मुद्दे पर उन्होंने इस्तीफा तक देने का ऐलान कर दिया है। वहीं इसपर सुधीर मुनगंटीवार ने अपनी प्रतिक्रिया दी है। उन्होंने कहा कि, "मुख्यमंत्री और दोनों उपमुख्यमंत्री पहले ही कह चुके हैं, ऐसा कोई बयान न दें जिससे दोनों समाज में बढे दूरियां।"
नागपुर के बाबासाहेब अंतराष्ट्रीय हवाई अड्डे पर पत्रकारों से बात करते हुए मुनगंटीवार ने कहा, "मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे सहित दोनों उपमुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस और अजित पवार ने बार बार यह बयान जारी कर नेताओं को यह कहा है कि, वह कोई ऐसा बयान न दें जिससे दोनों समुदाय के बीच मनमुटाव और खाई पैदा न हो।" पर्यावरण मंत्री ने आगे कहा, "मुख्यमंत्री और उपमुख्यमंत्री ने एक बार नहीं कई बार यह कहा है कि, ओबीसी आरक्षण को बिना कोई धक्का दिए हम मराठा को आरक्षण देंगे।
विपक्ष पर हमला बोलते हुए उन्होंने कहा कि, "इससे कई नेताओं का पेट दुःख रहा है। कहते हैं अभी के अभी बताओं। खुद सोये हुए थे। एक मई 1960 को राज्य का निर्माण हुआ तब से लेकर अब तक इनके मुँह से एक शब्द नहीं निकला और अब कहते हैं अभी के अभी बताओं। कुछ चीजों को पढ़ना पढता है। उसकी बारीकियां समझनी पड़ती है। टिकने वाला आरक्षण देना है।"
मुनगंटीवार नेकहा, "कांग्रेस दो नव पर पैर रखकर चलने का प्रयास करती है। जिससे रात में उन्हें सत्ता के हसीं सपने आतें हैं। गणपत वाने के जैसे कवितायेँ सूझती हैं। उन्हें कुछ धैर्य रखना चाहिए। मदद नहीं कर सकते हैं तो कम से कम कोई ऐसी बात न कहें जिससे राज्य का गौरव कम हो।"
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