Amravati: महात्मा गांधी के पिता को लेकर संभाजी भिड़े का विवादित बयान, विधानसभा में हंगामा

अमरावती: शिव प्रतिष्ठान हिंदुस्तान के संस्थापक और प्रमुख संभाजी भिड़े अपने विवादित बयान को लेकर हमेशा चर्चा में रहते हैं. संभाजी भिड़े के बयान हमेशा ही सुर्खियां बटोरते हैं और चर्चा में रहते हैं. अब संभाजी भिड़े ने महात्मा गांधी को लेकर विवादित बयान दिया है. एक संगठनात्मक कार्यक्रम में बोलते हुए भिड़े ने महात्मा गांधी के पिता के नाम को लेकर विवादित बयान दिया है. यह कार्यक्रम गुरुवार रात बडनेरा मार्ग स्थित जय भारत मंगलम में संभाजी आयोजित किया गया था.
लेकिन, भिंडे ने अमरावती दौरे के दौरान एक सनसनीखेज दावा करते हुए कहा कि महात्मा गांधी का पूरा नाम मोहनदास करमचंद गांधी बताया जाता है. लेकिन करमचंद गांधी मोहनदास के पिता नहीं थे बल्कि एक मुस्लिम जमींदार उनके असली पिता थे.
भिड़े ने कहा कि मोहनदास करमचंद की चौथी पत्नी के पुत्र थे. करमचंद ने जिस मुस्लिम जमींदार के यहां काम किया था, उससे बड़ी रकम चुरा ली थी. तो क्रोधित मुस्लिम जमींदार ने करमचंद की पत्नी का अपहरण कर लिया और उसे अपने घर ले आया और उसके साथ पत्नी जैसा व्यवहार किया. तो करमचंद गांधी मोहनदास के असली पिता नहीं हैं बल्कि वह उसी मुस्लिम जमींदार के बेटे हैं. भिड़े ने दावा किया है कि इस बात के पुख्ता सबूत हैं कि मोहनदास की देखभाल और शिक्षा एक ही मुस्लिम माता-पिता ने की थी.
इससे पूर्व संभाजी भिड़े की चंद्रपुर में सभा हुई थी. इस बीच, अंबेडकरवादी संगठनों और अन्य लोगों ने नियोजित बैठक स्थल पर विरोध प्रदर्शन किया था. लेकिन समय रहते पुलिस के सतर्क हो जाने और विरोधियों को हिरासत में ले लेने से विवाद टल गया.
इस बीच आज विधानसभा में संभाजी भिड़े के विवादित बयान का असर देखने को मिला है. विधानसभा में विधायक बालासाहेब थोरात, सांसद यशोमति ठाकुर ने संभाजी भिड़े को “बंदोबस्त” करने की मांग की.

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