अमरावती से मंत्रिमंडल में किसे मिले जगह? रवि राणा की दावेदारी मजबूत!
अमरावती: विधानसभा चुनाव में महायुति ने अमरावती जिले में शानदार सफलता हासिल की है. रवि राणा लगातार चौथी बार विजयी हुए हैं. धामनगांव रेलवे विधायक प्रताप अडसड, अमरावती विधायक सुलभा खोडके लगातार दूसरी बार जीतकर आए हैं. ये तीनों विधायक फिलहाल जिले में वरिष्ठ नेताओं में से हैं. इसी के चलते अब इनका नाम मंत्री पद की दौड़ में चर्चा में है.
विधानसभा चुनाव के नतीजे शनिवार को घोषित हुए. इस चुनाव में अमरावती जिले में महाविकास अघाड़ी के उम्मीदवारों को करारी हार का सामना करना पड़ा. महायुति के सात उम्मीदवार निर्वाचित हुए. इनमें अमरावती सीट से अजित पवार की सुलभा खोडके, बडनेरा सीट से युवा स्वाभिमान के रवि राणा, धामनगांव रेलवे सीट से बीजेपी के प्रताप अडसड, तिवसा सीट से राजेश वानखड़े, वरुड मोर्शी से उमेश यावलकर, अचलपुर सीट से बीजेपी के प्रवीण तायडे और धारणी से बीजेपी के केवलराम काले निर्वाचन हुए हैं. महाविकास अघाड़ी के उबाठा गुट के एकमात्र गजानन लवटे ने दर्यापुर सीट से जीत हासिल की है.
राज्य में महायुति की बड़ी सफलता के बाद सत्ता स्थापना के लिए हलचलें तेज हो गई हैं. ऐसे में अमरावती जिले से किसे कैबिनेट में जगह मिलेगी इस पर सबकी नजर है. रवि राणा लगातार चौथी बार विधायक चुने गए हैं और पिछले पांच वर्षों से वे महायुति के पीछे मजबूती से खड़े हैं। इसी तरह, उनकी पत्नी पूर्व सांसद नवनीत राणा ने अचलपुर, धारणी और तिवसा निर्वाचन क्षेत्रों में भाजपा उम्मीदवार को जिताने के लिए कड़ी मेहनत की। इसलिए महायुति में राणा दंपत्ति का वजन बढ़ गया है. ऐसी स्थिति में मंत्री पद की दौड़ में रवि राणा सबसे आगे हैं. इसके अलावा सुलभा खोडके लगातार दूसरी बार अमरावती सीट से चुनी गई हैं। वह चुनाव से पहले राष्ट्रवादी अजीत पवार समूह में शामिल हुई थीं। इसलिए अमरावती विधानसभा विधायक के रूप में सुलभा खोडके को अजित पवार गुट से मंत्री पद की दौड़ में बताया जा रहा है।
धामनगांव रेलवे निर्वाचन क्षेत्र से प्रताप अडसड लगातार दूसरी बार भाजपा से निर्वाचित हुए हैं। बीजेपी के वरिष्ठ नेता अरुण अडसड के बेटे होने के कारण चर्चा है कि प्रताप अडसड की भी कैबिनेट में दावेदारी मजबूत है. अब सबकी नजर इस बात पर है कि महायुति सरकार के मंत्रिमंडल में किसे जगह मिलेगी.
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