Yavatmal: फसलों पर जलवायु परिवर्तन का प्रभाव; आवक घटने से तुअर की कीमतें बढ़ी, आगे और बढ़ने की संभावना

यवतमाल: जलवायु में लगातार बदलाव, कभी ठंड तो कभी कोहरे ने तुअर के उत्पादन को प्रभावित किया है। जिस कारण इस वर्ष बाजार में तुरी की आवक काफी हद तक कम हो गयी है। तुअर कटाई के सीजन में जहां प्रतिदिन 8 से 10 हजार क्विंटल तुअर बाजार में आती थी, वहीं आज केवल 2 से 2.5 हजार क्विंटल ही आ रही है। हालांकि, आवक में कमी के कारण कीमतें बढ़ी हैं और उच्च गुणवत्ता वाली तुरी की कीमत गारंटीशुदा कीमत से 3000 रुपये अधिक है।
जिले में फसल के विकास के बाद दिसंबर माह में जब तुअर खिल रही थी तब बेमौसम बारिश हुई। बारिश से फसलों को भी नुकसान हुआ है। इसके अलावा उसके बाद से मौसम में लगातार उतार-चढ़ाव हो रहा है। इसके परिणामस्वरूप तुरी में फूल आने के अलावा कीट का प्रकोप भी हुआ।
परिणामस्वरूप, इस वर्ष उत्पादन में गिरावट आयी है। इस समय तुरी का थ्रेसिंग सीजन होने के बावजूद जहां हर दिन 8 से 10 हजार क्विंटल तुअर बाजार में आने की उम्मीद रहती है, वहीं इस साल हर दिन 2 से 2.5 हजार क्विंटल तुअर बाजार में आ रही है। यह भी कहा जा रहा है कि भविष्य में आय और भी कम हो सकती है।

admin
News Admin