logo_banner
Breaking
  • ⁕ महानगर पालिका चुनाव का बजा बिगुल; 15 जनवरी को मतदान और 16 जनवरी को होगी मतगणना, राज्य चुनाव आयोग की घोषणा ⁕
  • ⁕ Kanhan: कन्हान नदी में महिला का शव मिलने से क्षेत्र में सनसनी, पहचान की कोशिश जारी ⁕
  • ⁕ चंद्रपुर में आयुक्त के गुस्से का नगर पालिका के कर्मचारियों को करना पड़ा सामना, कार्यालय का मेन गेट किया बंद ⁕
  • ⁕ MGNREGA की जगह मोदी सरकार ला रही नया रोजगार कानून "विकसित भारत-जी राम जी", लोकसभा में पेश होगा बिल ⁕
  • ⁕ Amravati: अमरावती जिले में आवारा कुत्तों ने 11 महीनों में 22 हजार से अधिक नागरिकों को काटा ⁕
  • ⁕ गोंदिया में लोधी समाज का विराट सम्मेलन, चर्चा में विधायक टी राजा सिंह के तीखे बयान ⁕
  • ⁕ Nagpur: मनसर कांद्री क्षेत्र में अज्ञात ट्रक ने तेंदुए को मारी जोरदार टक्कर, तेंदुआ गंभीर रूप से घायल ⁕
  • ⁕ उपमुख्यमंत्री अजित पवार के बयान से राज्य के शिक्षा क्षेत्र में गुस्सा, घमंडी भाषा इस्तेमाल करने का आरोप ⁕
  • ⁕ Nagpur: यशोधरा नगर में अपराधी ने पड़ोसी पर किया जानलेवा हमला, मामूली बात को लेकर हुआ था विवाद ⁕
  • ⁕ Yavatmal: आर्णी में बड़े पैमाने पर सागौन के पेड़ों की कटाई, खतरे में जंगली जानवर और जंगल की सुरक्षा ⁕
Yavatmal

Yavatmal: क्या शकुंतला रेलवे मार्ग को मिलेगी 'मोदी की गारंटी'? प्रधानमंत्री के दौरे से नागरिक पूछ रहे सवाल


यवतमाल: संपूर्ण पश्चिमी विदर्भ का विकास ब्रिटिशकालीन शकुंतला रेलवे की 'यवतमाल-मूर्तिजापुर-अचलपुर' गेज परिवर्तन परियोजना पर निर्भर करता है। यह रेलवे परियोजना विशेष महत्व रखती है। ऐसा इसलिए क्योंकि यह रेलवे 4 जिलों यवतमाल, वाशिम, अकोला और अमरावती से होकर गुजरती है।

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी 28 फरवरी को यवतमाल के दौरे पर हैं। क्या ब्रिटिशकालीन शकुंतला को पर्याप्त फंड मुहैया कराने से पूरी होगी 'मोदी की गारंटी'? यवतमाल के निवासी ऐसा सवाल पूछ रहे हैं।

शकुंतला रेलवे लाइन के आमान परिवर्तन के लिए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और रेल मंत्री अश्विनी वैष्णव विभिन्न संगठनों के माध्यम से प्रयास कर रहे हैं। मुख्य रूप से यवतमाल, कारंजा, मुर्तिजापुर और अचलपुर क्षेत्रों में कई सामाजिक संगठन और सामाजिक कार्यकर्ता शामिल हैं।

शकुंतला रेलवे का निर्माण अंग्रेजों ने किसानों की कृषि उपज को आर्थिक राजधानी मुंबई तक पहुंचाने और फिर विदेश भेजने के लिए किया था। जिले के नागरिकों की शिकायत है कि इस रेलवे लाइन के महत्व को समझने में काफी देरी हो रही है।