logo_banner
Breaking
  • ⁕ प्रशासन द्वारा समय पर लिया गया सुओ मोटो, राजुरा विधानसभा क्षेत्र में फर्जी मतदाता पंजीकरण को रोकने में सफल ⁕
  • ⁕ Nagpur: खापरखेड़ा पुलिस की बड़ी कार्रवाई; अवैध रेती तस्करी का भंडाफोड़, तीन आरोपी गिरफ्तार ⁕
  • ⁕ नागपुर में 'I LOVE Muhammad' की दस्तक; ताजबाग इलाके में लगे बैनर, पुलिस जाँच शुरू ⁕
  • ⁕ Bhandara: विधायक के कार्यक्रम में बड़ा हादसा, गायन कार्यक्रम के दौरान मंच गिरा; विधायक नरेंद्र भोंडेकर और कई कार्यकर्ता नीचे गिरे ⁕
  • ⁕ विदर्भ में 1 से 5 अक्टूबर तक मूसलाधार बारिश का खतरा, IMD ने जारी किया 'येलो' अलर्ट; किसानों की चिंता बढ़ी ⁕
  • ⁕ ‘लाडली बहन योजना’ लाभार्थियों को तकनीकी अड़चनों का करना पड़ रहा सामना, ई-केवाईसी प्रक्रिया में समस्या से महिलाओं में नाराजगी ⁕
  • ⁕ राज्य में अतिवृष्टि से हुआ 60 लाख हेक्टेयर में लगी फसलों का नुकसान, मुख्यमंत्री ने कहा- अकाल के दौरान किये जाने वाले सभी उपाए किये जाएंगे लागु ⁕
  • ⁕ Gadchiroli: श्रीरामसागर जलाशय से भारी मात्रा में छोड़ा जा रहा पानी, गढ़चिरोली के सिरोंचा में बाढ़ आने की आशंका ⁕
  • ⁕ Yavatmal: यवतमाल के वणी में आदिवासी समाज का भव्य आरक्षण बचाव मोर्चा ⁕
  • ⁕ पश्चिम विदर्भ माध्यमिक शिक्षक संघ का विदर्भ माध्यमिक शिक्षक संघ में विलय, विधायक सुधाकर अडाबले ने निर्णय का किया स्वागत ⁕
Yavatmal

Yavatmal: बढ़ते कर्ज और फसलों के नुकसान से प्रदेश किसान ने कुएं में खुदकर की आत्महत्या, महागाँव तहसील के दहिसावली की घटना


यवतमाल: जिले के महागाँव तहसील के दहिसावली निवासी किसान विपुल विश्वम्भर घोरपड़े (25 वर्ष) ने कुएँ में कूदकर आत्महत्या कर ली। प्राप्त जानकारी के अनुसार, घोरपड़े के पास ग्यारह एकड़ ज़मीन है और वह अपने दो भाई-बहनों के साथ खेती करके अपना गुज़ारा करता था। हालाँकि, बैंक के कर्ज़ और लगातार भारी बारिश से फसलों को हुए भारी नुकसान के कारण वह दो-तीन दिनों से तनाव में था।

कर्ज़ चुकाने की चिंता और रोज़ी-रोटी की तंगी के चलते उसने आखिरकार यह कदम उठा लिया। रविवार सुबह करीब 10 बजे उसने गाँव के कुएँ में छलांग लगा दी। इस घटना से इलाके में हड़कंप मच गया है। पुलिस आगे की जाँच कर रही है।

इस बीच, लगातार फसल नुकसान, प्राकृतिक आपदाओं और फसल बर्बादी के कारण महागाँव तहसील में किसानों की आत्महत्याओं की संख्या में वृद्धि हुई है। लगभग हर महीने एक-दो किसानों के आत्महत्या करने की बात सामने आ रही है। किसानों की आत्महत्या की इस चिंताजनक समस्या से निपटने के लिए सरकार को तत्काल कदम उठाने चाहिए और सातबारा कोरा को साफ़ करने की मांग किसान संगठनों द्वारा की जा रही है।