भावना गवली का कटेगा टिकट! अमित शाह ने एकनाथ शिंदे को उम्मीदवार बदलने को कहा
नागपुर: लोकसभा चुनाव के लिए महायुति में सीटो का बटवारा नहीं हो पा रहा है। एक तरफ़ भारतीय जनता पार्टी जहां ज्यादा से ज्यादा सीट जीतने का दावा कर रही है, वहीं दुसरी तरफ़ उसके सहयोगी मानने को तैयार नहीं है। इसी बीच एक बड़ी जानकारी सामने आई है, इसके तहत गृहमंत्री अमित शाह ने मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे से मौजूदा सांसदों में से कुछ को बदलने का आग्रह किया है। शाह ने जिन सीटों पर नया उम्मदीवार देने की सलाह दी है उसमें यवतमाल वाशिम लोकसभा सीट भी शामिल है। इसके बाद चर्चा और तेज हो गई है कि, इस बार मौजूदा सांसद भावना गवली को टिकट नही मिलेगा।
महायुति में सीटो को लेकर लगातार बातचीत जारी है, लेकीन इसके बावजूद तीनों दल एकमत नही हो पाए हैं। इसी को देखते हुए शुक्रवार को नई दिल्ली में केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह, भाजपा अध्यक्ष जेपी नड्डा के बिच महत्वपूर्ण बैठक हुई। बैठक में मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे, उपमुख्यमंत्री अजीत पवार और देवेंद्र फडणवीस भी शामिल हुए। इस बैठक में महायुति में सीट बटवरे को लेकर लंबी बातचीत हुई।
भाजपा सूत्रों के अनुसार, महाराष्ट्र में किए सर्व के अनुसार, शिंदे गुट आगमी लोकसभा चुनाव में यवतमाल, नाशिक, हिंगोली सहित दक्षिण मुंबई की सीट हारती हुई दिख रही है। जिसको देखते भाजपा ने मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे से इन सीटों को छोड़ने को कहा है। हालांकि, मुख्यमंत्री ने किसी भी दवाब में नहीं आते हुए सीटों को छोड़ने से इनकार कर दिया है। जिसके बाद गृहमंत्री शाह ने मौजूदा सांसदों की जगह नए उम्मीदवार उतारने की सलाह मुख्यमंत्री को दी है।
भावना गवली का कटेगा टिकट
भाजपा के सर्व के अनुसार, यवतमाल लोकसभा सीट की मौजूदा सांसद भावना गवली को लेकर लोगों सहित पार्टी कार्यकर्ताओं में रोष है। भाजपा सहित शिवसेना के कार्यकर्ता भी गवली को लेकर सहज नही दिख रहे हैं। जिसको देखते हुए आगमी लोकसभा चुनाव में अगर दोबारा गवली को उतारा जाता है तो सीट फंस सकती है।
संजय राठौड़ की उम्मीदवारी पक्की!
सर्व के अनुसार, अगर शिवसेना यहां से अपना उम्मीदवार बदलती है तो उसे फायदा होगा। इसको देखते हुए राज्य सरकार में मंत्री संजय राठौड़ की उम्मीदवारी की चर्चाओं को और बल मिल गया है। ज्ञात हो कि, बीते कई दिनों से राठौड़ के लोकसभा चुनाव लडने की चर्चा जारी है। यहीं नहीं राठौड़ के ने पोस्टर लगातार उन्हें भावी सांसद तक बता दिया है। हालांकि, अब देखना होगा की मुख्यमंत्री शिंदे क्या निर्णय लेते हुए हैं।
admin
News Admin