अमोल मिटकरी पर विकास निधि के बदले कमीशन मांगने का लगा आरोप, एनसीपी नेताओं ने जयंत पाटिल से की शिकायत

अकोला: राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी विधायक अमोल मिटकरी पर पार्टी के नेताओं पर विकास निधि देने के बदले कमीशन मांगने का आरोप लगाया है। जिसकी शिकायत एनसीपी के प्रदेश अध्यक्ष जयंत पाटिल से रविवार को की गई है। दरअसल, पाटिल अकोला दौरे पर थे। इस दौरान उन्होंने कार्यकर्ताओं के साथ बैठक की। इस दौरान जिला एनसीपी अध्यक्ष सहित जिला परिषद के सदस्यों ने विकास निधि नहीं देने और कमीशन मांगने का आरोप लगाया।
इस संबंध में एक वीडियो इन दिनों सोशल मीडिया पर वायरल हो रहा है। एनसीपी के प्रदेश अध्यक्ष जयंत पाटिल ने समीक्षा बैठक में इन शिकायतों को सुना है और इसका समाधान निकालने का वादा किया है।
शिकायत करने वाला एनसीपी युवक का जिला अध्यक्ष
अमोल मितकारी को राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी द्वारा विधान परिषद का सदस्य बनाया गया है। हालांकि आरोप लगाया जा रहा है कि जिले में 50 करोड़ की राशि लाने के बाद भी उन्होंने पार्टी सदस्यों को विकास कार्यों के लिए राशि नहीं दी है। राष्ट्रवादी युवक कांग्रेस के जिलाध्यक्ष शिव मोहोद ने प्रदेश अध्यक्ष जयंत पाटिल के समक्ष मिटकरी पर जिलाध्यक्ष को 20 करोड़ की राशि देते हुए कमीशन मांगने का आरोप लगाया।
जिला परिषद सदस्यों ने भी की शिकायत
मुर्तिजापुर में हुई समीक्षा बैठक में प्रदेश अध्यक्ष जयंत पाटिल के समक्ष शिकायत करने वालों में जिला परिषद सदस्य भी शामिल हैं। दगडपारवा जिला परिषद अंचल सदस्य सुमन भास्कर गावंडे और राकांपा पदाधिकारी के पुत्र विशाल गावंडे ने समीक्षा बैठक में प्रदेश अध्यक्ष से शिकायत की कि विधायक विकास कार्यों के लिए राशि नहीं दे रहे हैं। उन्होंने यह भी आरोप लगाया कि विधायक मिटकरी ने अकेले कुटासा गांव को 16 करोड़ की राशि दी थी। विशाल गावंडे ने प्रदेश अध्यक्ष को बताया कि इस गांव में न तो स्थानीय स्वशासी निकाय में राकांपा को सफलता मिली है और न ही समाज में।
विधायक ने कहा निराधार आरोप!
पार्टी अधिकारियों द्वारा लगाए आरोपों को मिटकरी ने निराधार बताया है। उन्होंने कहा कि, "बातचीत से रास्ता निकाला जा सकता है। एनसीपी एक परिवार है। अगर इस परिवार में कोई समस्या है तो हम प्रदेश अध्यक्ष से चर्चा कर रास्ता निकालेंगे।"

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