logo_banner
Breaking
  • ⁕ मलकापुर के नए चुने गए कांग्रेस के नगरअध्यक्ष का नोट उड़ाते हुए वीडियो वायरल, हर तरफ हो रही आलोचना ⁕
  • ⁕ शिवसेना शिंदे गुट के उप जिला अध्यक्ष वरदराज पिल्ले ने नगर परिषद चुनाव परिणाम पर उठाए सवाल ⁕
  • ⁕ कांग्रेस की मुंबई में पार्लियामेंट्री बोर्ड की बैठक, नगर पालिका के उम्मीदवारों को लेकर होगी चर्चा, विजय वडेट्टीवार ने दी जानकारी ⁕
  • ⁕ Gondia: गोंदिया और तिरोड़ा नगर परिषद् के वार्डो में मतदान जारी, 18 हजार मतदाता करेंगे 18 उम्मीदवारों का फैसला ⁕
  • ⁕ विदर्भ की सात सहित 23 नगर परिषद में आज मतदान, मतदान केंद्रों पर सुरक्षा की कड़ी व्यवस्था, रविवार को होगी परिणामों की घोषणा ⁕
  • ⁕ खापरी ROB–MIHAN इंटरचेंज फ्लाईओवर का काम हुआ शुरू, 24 महीनों में पूरा करने का लक्ष्य ⁕
  • ⁕ बुटीबोरी एमआईडीसी हादसा: मुख्यमंत्री फडणवीस ने जताया शोक, मृतकों को सरकार पांच, तो कंपनी को देगी 30 लाख का मुआवजा ⁕
  • ⁕ Chandrapur: चंद्रपूर मनपा में नया विवाद; आयुक्त के ‘अलिखित फरमान’ से अधिकारी-कर्मचारी परेशान ⁕
  • ⁕ सूदखोरी का कहर! चंद्रपुर में साहूकारों की दरिंदगी, एक लाख का कर्ज़ 47 लाख बना; कर्ज चुकाने किसान ने बेच दी किडनी ⁕
  • ⁕ Nagpur: चोरी के मामले में तीन आरोपी गिरफ्तार, तीन चोरी की वारदातों का खुलासा, क्राइम ब्रांच यूनिट 3 की कार्रवाई ⁕
Akola

Akola: 13 हजार से ज्यादा किसान सोयाबीन बिक्री से वंचित, विधायक रणधीर सावरकर ने समय सीमा बढ़ाने की मांग


अकोला: जिले में जिला विपणन संघ द्वारा कुल 28,902 सोयाबीन उत्पादक किसानों का पंजीकरण किया गया है, जिनमें से 18,444 किसानों को बिक्री के लिए संदेश भेजे गए हैं, जिनमें से केवल 15, 243 किसानों ने वास्तव में सोयाबीन बेचा है। यानी 13,659 किसानों (47 प्रतिशत) के  अभी भी सोयाबीन बेचना बाकी है।

भाजपा विधायक रणधीर सावरकर ने केंद्रीय कृषि मंत्री, महाराष्ट्र राज्य विपणनमंत्री आणि मुख्यमंत्रि से सोयाबीन बिक्री की समयसीमा और लक्षांक बढ़ाने की मांग की है। अन्य सोयाबीन खरीदी यंत्रणाओं की भी यही स्थिति है।अकोला जिले के लिए 6.58 लाख क्विंटल खरीदी का लक्ष्य रखा गया था।.इसमें से 21 जनवरी तक 5.89 लाख क्विंटल खरीदी हो चुकी है और मात्र 69 हजार क्विंटल लक्ष्य शेष है।

अकोला जिले में अभी भी किसानों के पास करीब 2.5 से 3लाख क्विंटल सोयाबीन बिक्री के लिए पड़ा है। हालांकि सरकार ने सोयाबीन की बिक्री के लिए 31 जनवरी 2025 तक की समय सीमा भी दी है, लेकिन सभी परिस्थितियों को देखते हुए, रणधीर सावरकर ने एक पत्र के माध्यम से खरीद अवधि को बढ़ाने का अनुरोध किया है।