Akola: शराब बंदी करने के लिए मुर्तिजापुर में महिलाओं ने खोला मोर्चा
अकोला: मुर्तिजापुर तहसील के ग्रामीण इलाकों में अवैध कारोबार बड़े पैमाने पर फल-फूल रहा है और युवा पीढ़ी विभिन्न व्यसनों का शिकार हो रही है। नशे की लत के कारण कई लोगों की जिंदगी बर्बाद हो जाती है और दुनिया खत्म हो जाती है।
मुर्तिजापुर की महिलाओं ने उपमंडल अधिकारी और राज्य उत्पाद शुल्क विभाग को एक निवेदन देकर शराब पर प्रतिबंध लगाने की मांग की है। नशे की लत में बर्बाद युवा अब अपने माता-पिता पर हाथ उठा रहे हैं इसी के चलते महिलाओं शराब के खिलाफ मोर्चा खोल दिया है।
ग्रामीण क्षेत्रों में अवैध शराब, गुटखा, वर्ली, मटका, जुआ जैसे तमाम तरह के अवैध धंधे खुलेआम चल रहे हैं। इसके कारण छोटे बच्चे, छात्र और युवा नशे के आदी हो रहे हैं। परिवारों में बहुत कलह बढ़ती जा रही है। गांव का सामाजिक सौहार्द एवं शांति खतरे में है। यहां अवैध तरीके से घर पर शराब की पेटियां पहुंचाई जाती हैं।
समूह ग्राम पंचायतों ने समशेरपुर, खरब धोरे और जीतापुर नकट में ग्राम सभा में एक ज्ञापन दे नाबालिगों, युवाओं और पुरुषों द्वारा शराब के सेवन पर रोक लगाने की अर्जी की है। शराबबंदी को लेकर मुर्तिजापुर उपमंडल अधिकारी कार्यालय, उपमंडल पुलिस अधिकारी, राज्य उत्पाद शुल्क विभाग कार्यालय में इन्होंने निवेदन दिया है। जिसमें देशी व देहाती शराब की बिक्री बंद करने की मांग की गई है।
सरपंच मीना संजय वानखड़े के नेतृत्व में उपसरपंच उज्वला विष्णुदास खोत, सदस्य मीना गणेश थोप, दीपाली विद्यासागर अटोले, पूजा राहुल नाइक, आरती दिनेश उमाले, बाबाराव आनंद वानखड़े आदि के मार्गदर्शन में यह ज्ञापन दिया गया।
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