logo_banner
Breaking
  • ⁕ रामझुला ओवरब्रिज से 19 लाख के प्रोजेक्टर लाइट हुए चोरी, मनपा अधिकारी की शिकायत पर पुलिस ने मामला किया दर्ज ⁕
  • ⁕ राजस्व मंत्री चंद्रशेखर बावनकुले का सुलेखा कुंभारे को नोटिस, कहा - मानहानि के लिए बिना शर्त मांगें माफी, वरना होगी कानूनी कार्रवाई ⁕
  • ⁕ मौसम विभाग ने विदर्भ के कुछ इलाकों में 7 और 8 दिसंबर को शीतलहर की जारी की चेतावनी ⁕
  • ⁕ अधिवेशन में पांच दिन काम होने की उम्मीद, अब बची नहीं जवाब देने वाली सरकार: विजय वडेट्टीवार ⁕
  • ⁕ Akola: शिंदे सेना की समीक्षा बैठक; 'महानगर पालिका पर लहराएगा भगवा' ⁕
  • ⁕ इंडिगो की फ्लाइट सर्विस में रुकावट की वजह से बनी स्थिति जल्द ही कंट्रोल में आएगी: राम नायडू ⁕
  • ⁕ Chandrapur: एमडी पाउडर के साथ दो युवक गिरफ्तार, स्थानीय क्राइम ब्रांच की कार्रवाई ⁕
  • ⁕ Parshivni: पुलिस पाटिल ने भागीमाहरी-पेढ़री ग्राम पंचायत क्षेत्र में हड़पी जल सिंचन विभाग की 5 एकड़ जमीन ⁕
  • ⁕ Buldhana: जलगांव जामोद से तीन नाबालिग लड़कियां लापता! माता-पिता की शिकायत पर अज्ञात व्यक्ति के खिलाफ किडनैपिंग का केस दर्ज ⁕
  • ⁕ Wardha: नगर परिषद चुनाव से पहले अवैध शराब फैक्ट्री का भंडाफोड़, 250 पेटी शराब जब्त, मुख्य आरोपी मौके से फरार ⁕
Chandrapur

इंसान-बाघ संघर्ष: वनमंत्री मुनगंटीवार ने वन अधिकारियों को दी चेतावनी, कहा- नरभक्षी बाघों को तुरंत पकड़ो नहीं तो होगा निलंबन


चंद्रपुर: पूर्व विदर्भ में इंसानों और बाघों की संघर्ष लगातार बढ़ता जारहा है। भंडारा, चंद्रपुर में रोजाना किसी न किसी की मौत बाघ के हमले से होने की खबर आ रही है। इसी बीच राज्य के वन और पर्यावरण मंत्री ने वन अधिकारीयों को चेतवानी देते हुए जितने भी नरभक्षी बाघ है उन्हें पकड़ने का आदेश दिया है। वहीं ऐसा नहीं करने पर अधिकारियों को निलंबित करने की चेतावनी भी दी है। 

14 दिसंबर को मूल तहसील के कांतापेठ में देवराव सोपनकर, सावली तहसील के बाबूराव कांबले और 15 दिसंबर को बाघ के हमले में खेड़ी में स्वरूपा येलत्तिवार की मौत हो गई। इससे पहले सात दिसंबर को पेटगांव में भी बाघ के हमले में एक की मौत हुई थी। वन मंत्री मुनगंटीवार ने कहा है कि, लगातार बाघों के हमले और नागरिकों की मौत चिंता का विषय है। इन बाघों को तुरंत जेल में डाल देना चाहिए।  इस संबंध में किसी भी तरह का नुकसान बर्दाश्त नहीं किया जाएगा। 

50 लोगों की गई जान 

इंसानो और जंगली जानवर के बीच शुरू यह संघर्ष दिन ब दिन बढ़ता जा रहा है। इस साल 15 दिसंबर 2022 तक 50 लोगों की मौत बाघ के हमले से हो चुकी है। वहीं कई लोग घायल भी हुए हैं। ज्ञात हो कि, भंडारा, चंद्रपुर और गडचिरोली जिले में बाघ का आतंक बना हुआ है। इन जिलों में आने वाले जंगली क्षेत्रों में बाघों की बढ़ती जनसँख्या के कारण रिहाइशी इलाकों मे रहने वाले लोगों भय के माहौल में रहना पड़ा रहा है।