logo_banner
Breaking
  • ⁕ नक्सल आंदोलन को सबसे बड़ा झटका, पोलित ब्यूरो सदस्य भूपति ने 60 साथियों के साथ किया सरेंडर; 10 करोड़ से ज़्यादा का था इनाम, 16 को CM के सामने डालेंगे हथियार ⁕
  • ⁕ सांसद बलवंत वानखड़े का मुख्यमंत्री को भेजा पत्र, सोयाबीन बिक्री के लिए सरकारी खरीद केंद्र तत्काल शुरू करने की मांग ⁕
  • ⁕ Yavatmal: पुराने विवाद में युवक की चाकू मारकर हत्या, नागपुर रोड पर हिंदू श्मशान घाट के पास हुई घटना ⁕
  • ⁕ Chandrapur: खाद्य एवं औषधि प्रशासन विभाग ने खाद्य तेल फैक्ट्री पर की छापा मारकर कार्रवाई ⁕
  • ⁕ बीआर चोपड़ा की महाभारत में 'कर्ण' का किरदार निभाने वाले अभिनेता पंकज धीर का निधन, कैंसर से लंबी लड़ाई के बाद दुनिया को कहा अलविदा ⁕
  • ⁕ नागपुर में भाजपा नेताओं ने 'एकला चलो रे' की मांग, मुख्यमंत्री ने कहा- मनमुटाव भूलो और एकजुट होकर लड़ो चुनाव ⁕
  • ⁕ एसटी कर्मियों को दिवाली भेंट: 6,000 बोनस और 12,500 अग्रिम, वेतन बकाया हेतु सरकार 65 करोड़ मासिक फंड देगी ⁕
  • ⁕ विदर्भ सहित राज्य के 247 नगर परिषदों और 147 नगर पंचायतों में अध्यक्ष पद का आरक्षण घोषित, देखें किस सीट पर किस वर्ग का होगा अध्यक्ष ⁕
  • ⁕ अमरावती में युवा कांग्रेस का ‘आई लव आंबेडकर’ अभियान, भूषण गवई पर हमले के खिलाफ विरोध प्रदर्शन ⁕
  • ⁕ Gondia: कुंभारटोली निवासियों ने विभिन्न मुद्दों को लेकर नगर परिषद पर बोला हमला, ‘एक नारी सबसे भारी’ के नारों से गूंज उठा आमगांव शहर ⁕
Chandrapur

Chandrapur: कल से शुरू होगा विसर्जन, मनपा ने की पूरी तैयारी


चंद्रपुर: शहर में गणेश विसर्जन 28 सितंबर यानी गुरुवार से शुरू हो जाएगा। इस पृष्ठभूमि में मनपा सहित प्रशासन ने विसर्जन को लेकर पूरी तैयारी कर ली है। इसी के मद्देनजर प्रशासन ने इरेई नदी में पानी का स्तर बनाये रखने के लिए बांध से पानी छोड़ना शुरू कर दिया है। बुधवार को मनपा आयुक्त विपिन पालीवाल निरिक्षण करने पहुंचे, जहां उन्होंने कहा कि, "विसर्जन के दौरान नदी में पानी पर्याप्त मात्रा में रहे यह सुनुश्चित की गई है।"

सुचारू विसर्जन सुनिश्चित करने के लिए मनपा नियंत्रण समिति द्वारा 150 अधिकारियों और कर्मचारियों को नियोजित किया गया है। विसर्जन स्थल पर विसर्जन के लिए 6 अलग-अलग रैंप की व्यवस्था की गई है और यह बिना भीड़ के किया जा सकता है। 4 फीट तक की मूर्तियों के लिए अलग, 6 फीट तक की मूर्तियों के लिए अलग फीट, 8 फीट तक की मूर्तियों के लिए अलग जगह, 10 फीट तक की मूर्तियों के लिए अलग जगह और 10 फीट से ऊपर की मूर्तियों के लिए 2 अलग जगह तय किया गया है।

व्यवस्था बनाए रखने के लिए बैरिकेडिंग लगाई गई है। यांत्रिक विभाग के माध्यम से वाहन की व्यवस्था रखी जा रही है तथा विसर्जन स्थल पर पेयजल एवं चलंत शौचालय चालू रहेंगे. बड़ी प्रतिमाओं के विसर्जन  के लिए दो क्रेन की भी व्यवस्था की गयी है। दस फीट से अधिक ऊंची और भारी मूर्तियों के लिए क्रेन का उपयोग किया जाएगा।

सड़क पर आवश्यक स्थानों पर पेड़ों की शाखाएं काट दी गई हैं। निर्माण विभाग की ओर से मार्गों के गड्ढे भर दिए गए हैं। जुलूस के दौरान किसी भी अप्रिय घटना को रोकने के लिए विसर्जन मार्गों पर विभिन्न स्थानों पर सीसीटीवी लगाए गए हैं। विद्युत विभाग के माध्यम से सभी कृत्रिम तालाबों, जटपुरा गेट, मुख्य मार्ग, विसर्जन पथ, विसर्जन स्थल के साथ-साथ पूरे शहर में पर्याप्त प्रकाश व्यवस्था एवं जेनरेटर की वैकल्पिक व्यवस्था की गयी है. स्वास्थ्य विभाग के माध्यम से स्वास्थ्य टीम की 2 टीमें पूरे समय विसर्जन स्थल पर रहकर चिकित्सा सेवाएं प्रदान करेंगी तथा गांधी चौक, जटपुरा गेट एवं विसर्जन स्थल पर एम्बुलेंस की व्यवस्था की जा रही है।

जटपुरा गेट पर गणेश मंडलों के स्वागत के लिए मंडप और मंच का निर्माण किया जा रहा है और विसर्जन मार्ग पर निगरानी रखने और जुलूस को लाइव दिखाने के लिए पुलिस प्रशासन की ओर से 14 मचान बनाए गए हैं। विसर्जन स्थल पर नगर निगम प्रशासन एवं पुलिस प्रशासन के बैठने के लिए मंच की व्यवस्था की गई है।अग्निशमन विभाग एवं बड़े सर्च लाइट, अग्निशमन एवं बचाव वाहन, पावर बोट, लाइफ जैकेट, लाइफ के माध्यम से आपदा प्रबंधन टीम पूरे समय तैनात रहेगी। सेविंग ट्यूब, क्रेन की व्यवस्था की गई है। शहर में 25 कृत्रिम कुंड और 22 निर्माल्य कलश स्थापित किए गए हैं, जिनमें से 4448 और 105 घूमने वाले विसर्जन कुंड, कुल 4553 घरघुती मूर्तियों का अब तक कृत्रिम कुंड में विसर्जन किया जा चुका है।