Chandrapur: पैसे की बारिश कराने दुर्लभ कछुआ लाना पड़ा महंगा, वन विभाग ने किया गिरफ्तार

चंद्रपुर: पैसे की बारिश होने की लालच में दो लोगों ने एक दुर्लभ कछुआ लेकर आए। लेकिन इस बात की जानकारी वन विभाग और पुलिस को मिल गई। पुलिस ने छापा मारते हुए घर से असीएटिक साप्ट शेल दुर्लभ कछुआ बरामद हुआ। यह वाकया गोंड़पिपरी तहसील के भंगारपेठ इलाके में हुई। इस दौरान पुलिस ने दो आरोपियों को गिरफ्तार किया। गिरफ्तार आरोपियों की पहचान प्रमोद भागकर पोटे (37, भांगरपेट, गोंडपिपरी) और रवींद्र वेंकोजी मदपल्लीवार (35, शिवानी देशपांडे, गोंडपिंपरी) को पुलिस ने वन विभाग को सौंप दिया है।
छिपे हुए खजाने को खोजने के लिए विभिन्न जानवरों का उपयोग किया जाता है। ग्रामीण इलाकों में आज भी यह अंधविश्वास है कि कछुए के प्रयोग से धन की वर्षा होती है। इसलिए, जिले के कई हिस्सों में कछुओं की विशिष्ट प्रजातियों की खोज करने वाले गिरोह सक्रिय हैं।
इसी तरह, गोंडपिपरी पुलिस स्टेशन के पुलिस निरीक्षक जीवन राजगुरु को सूचना मिली कि गोंडपिपरी तहसील के भांगरपेट में प्रमोद पोटे के घर पर एक दुर्लभ प्रजाति का कछुआ बिक्री के लिए लाया गया है। जानकारी के आधार पर पुलिस ने आरोपी के घर पर छापा मारा और तलाशी ली। जहां पुलिस को घर में एक दुर्लभ एशियाई सॉफ्टशेल कछुआ मिला।
पूछताछ में आरोपी ने कछुआ रवींद्र वेंकोजी मदपल्लीवार से खरीदा की जानकारी दी। पुलिस ने दोनों को हिरासत में लिया और ढाबा रेंज के वन क्षेत्र अधिकारी को सौंप दिया। जब्त कछुए की कीमत 25 हजार थी। कछुए को चंद्रपुर के बचाव केंद्र में भेज दिया गया।

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