Chandrapur: चार लोगों की जान लेनी वाली बाघिन आखिर पकड़ाई; 50 कैमरे, पांच पिंजरे और 100 कर्मचारी थे तैनात

चंद्रपुर: सावली तहसील में भय का परया बन चुकी नरभक्षी बाघिन को आज आखिर वनविभाग के अधिकारीयों ने पकड़ लिया। बाघिन ने बोरमाळा, चेक विरखल आणि वाघोलीबुटी में चार लोगों पर हमला कर उन्हें मार डाला था। बाघिन को पकड़ने के लिए वन विभाग ने इलाके में 50 कैमरे, पांच पिंजरे और 100 अधिकारीयों को तैनात किया था। जिसके बदौलत आज शनिवार को बाघिन को पकड़ने में कामयाबी मिली।
सावली तालुक में यह बाघिन अब तक चार लोगों को मार चुकी है। 30 मार्च को बोरमाला का चार वर्षीय बालक हर्षल कालमेघे अपने घर के बगल में शौच कर रहा था। तभी बाघिन ने उसे उठा कर मार डाला।18 अप्रैल को चेक विरखाल की महिला मंडाबाई सिदाम पर भी हमला कर उसे मार डाला था। 26 अप्रैल को वृद्ध महिला ममता बोडालकर को मार डाला था। ये घटनाएं ताजा थीं, वहीं व्याहदखुर्द वन क्षेत्र के वाघोलीवाड़ी की प्रेमिला रोहनकर पर भी एक बाघ ने हमला कर दिया। चूंकि बाघ का हमला लगातार बढ़ रहा है, इसलिए आक्रोशित नागरिकों ने शवों को नहीं लेने का फैसला किया था, लिहाजा स्थिति गंभीर होने के कगार पर थी।
विधायक विजय वडेट्टीवार ने वन मंत्री सुधीर मुनगंटीवार को कड़े शब्दों में चेतावनी दी कि बाघ को मारने पर ग्रामीणों को गिरफ्तार नहीं किया जाए। इसके बाद से बाघिन को कैद करने का अभियान तेज कर दिया गया। उप वन संरक्षक प्रशांत खाड़े के नेतृत्व में पशु चिकित्सा अधिकारी डॉ. रविकांत खोबरागड़े, शूटर मराठे सहित वन विभाग के अन्य कर्मचारी लगातार बाघिन की निशानदेही पर थे। खोबरागड़े ने शनिवार दोपहर छायादार जंगल में कीटाणुनाशक का इंजेक्शन देकर बाघिन को मार डाला। बाघिन को फिलहाल छाया वन उद्यान कार्यालय में रखा गया है। वहां से इसे नागपुर के गोरेवाड़ा प्रोजेक्ट के लिए भेजा जाएगा

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