‘विट्ठल विट्ठल’ के जयघोषों से गूंजा आंध्र प्रदेश का पुट्टपर्ती, प्रणय गोमाशे के गायन ने किया भक्तों को मंत्रमुग्ध

चंद्रपुर: आषाढ़ी एकादशी के अवसर पर आंध्र प्रदेश में सत्य साईंबाबा की मुख्य समाधि के सामने एक विशेष आषाढ़ी एकादशी कार्यक्रम हाल ही में आयोजन हुआ। इस कार्यक्रम में विदर्भवासियों के लिए खास बात यह रही कि इसमें विदर्भ के गायक प्रणय गोमाशे के मधुर कंठ से भक्तों ने अभंगों का आनंद लिया।
कार्यक्रम की शुरुआत में “माझे माहेर पंढरी” अभंग से पूरा पुट्टपर्ती जैसे पंढरपुर बन गया। उसके बाद ‘अबीर गुलाल’ अभंग ने जैसे संतों के मेले दृश्य समक्ष ला दिया। इसके बाद “हरि म्हणा गोविंद म्हणा” से पूरा माहौल भक्तिमय हो गया।
फिर दिंडी स्वरुप दर्शाते हुए में नृत्य प्रस्तुत किया गया, जिसकी शुरुआत “जय जय राम कृष्ण हरि” भजन से हुई। इस कार्यक्रम के अवसर पर लाखों श्रद्धालु उपस्थित थे। इस कार्यक्रम का 140 से अधिक देशों में सीधा प्रसारण किया गया और इसमें भारत के विभिन्न हिस्सों से वारकरियों ने भाग लिया था।
प्रसिद्ध गायक विदर्भ के प्रणय गोमाशे
प्रणय मुंबई के प्रसिद्ध प्रणय जी म्यूजिशियन्स एंड बैंड के प्रमुख गायक हैं। वे मुंबई और अन्य स्थानीय कलाकारों के साथ मराठी, हिंदी, पश्चिमी संगीत की विभिन्न शैलियों को नए तरीके से लोगों के सामने पेश करने की कोशिश कर रहे हैं। पुराने गीतों की रचना से समझौता किए बिना आधुनिक वाद्ययंत्रों का उपयोग उनके बैंड को अद्वितीय बनाता है। यही कारण है कि यह कम समय में इतनी प्रसिद्धि प्राप्त करने वाला एकमात्र संगीत बैंड बन गया है।

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