उपराजधानी नागपुर में महिलाओं और बच्चों के खिलाफ अपराधों में इजाफा, NCRB 2023 रिपोर्ट में चिंता की घंटी

नागपुर: नेशनल क्राइम रिकॉर्ड्स ब्यूरो (NCRB) की 'क्राइम इन इंडिया 2023' रिपोर्ट में नागपुर शहर में महिलाओं और बच्चों के खिलाफ अपराधों के आंकड़े चिंता का संकेत दे रहे हैं। साल 2023 में शहर में महिलाओं के खिलाफ 1,020 मामले दर्ज किए गए, जिनमें छेड़छाड़, घरेलू हिंसा, दहेज उत्पीड़न और बलात्कार जैसी गंभीर घटनाएँ शामिल हैं।
महिलाओं के खिलाफ अपराध
2023 में नागपुर में 1,020 मामले महिलाओं के खिलाफ दर्ज किए गए। इनमें छेड़छाड़, घरेलू हिंसा, दहेज उत्पीड़न और बलात्कार जैसी गंभीर घटनाएँ शामिल हैं। विशेषज्ञों का कहना है कि घरेलू हिंसा और साइबर अपराध के मामले सबसे अधिक हैं। पुलिस ने आरोपपत्र दाखिल करने और अभियोजन की प्रक्रिया में तेजी लाई है, लेकिन पीड़ितों के संरक्षण और न्याय सुनिश्चित करने के लिए और कदम उठाने की आवश्यकता है। महिलाओं के खिलाफ अपराधों में वृद्धि सामाजिक जागरूकता और रिपोर्टिंग में सुधार का संकेत भी हो सकती है, लेकिन सुरक्षा की दिशा में और प्रयास जरूरी हैं।
बच्चों के खिलाफ अपराध
नागपुर में बच्चों से जुड़े अपराधों की संख्या भी चिंता बढ़ाने वाली है। 2023 में 674 मामले दर्ज किए गए, जिनमें POCSO एक्ट के तहत अपराध भी शामिल हैं। स्कूल, पार्क और सार्वजनिक स्थानों पर बच्चों के उत्पीड़न की घटनाएं सामने आई हैं। अधिकारियों ने बच्चों की सुरक्षा सुनिश्चित करने के लिए जागरूकता अभियानों और कड़े सुरक्षा उपायों को बढ़ाने का प्रयास किया है। विशेषज्ञों के अनुसार, बच्चों के खिलाफ अपराधों की रोकथाम में माता-पिता, शिक्षक और समाज सभी का सहयोग जरूरी है।
जुवेनाइल और साइबर अपराध
जुवेनाइल अपराध: 2023 में 251 नाबालिग अपराधियों को IPC अपराधों में पकड़ा गया, जो पिछले वर्षों के स्तर के समान है।
साइबर अपराध: शहर में केवल 3 मामले दर्ज हुए, जो अन्य मेट्रो शहरों की तुलना में कम हैं।
अपराध श्रेणी मामले की संख्या:
- महिलाओं के खिलाफ अपराध 1,020
- बच्चों के खिलाफ अपराध 674
- जुवेनाइल अपराध 251
- साइबर अपराध 3

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